Beauty tips get rid of acne with whiskey

व्हिस्की का इस्तेमाल देगा मुंहासों से छुटकारा

 

पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए। लेकिन यहां बात पीने की नहीं बल्कि त्वचा पर लगाने की हो रही है। व्हिस्की का सेवन सेहत के लिए कितना फायदेमंद है इसमें गए बिना अगर आप त्वचा पर पैक के रूप में लगाएंगे तो इससे आप ऑयली त्वचा या मुहांसों जैसी समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।

 

whiskey

व्हिस्की में एंटीबैक्टीरियल गुण हैं जो त्वचा पर मुहांसे पैदा करने वाले कीटाणुओं को दूर करते हैं और त्वचा ऑयली नहीं होती। जानिए व्हिस्की का किस तरह से त्वचा पर इस्तेमाल करके आप मुहांसों से छुटकारा पा सकते हैं।

नींबू और व्हिस्की
नींबू नैचुरल क्लींजर है। एक नींबू के रस में एक चम्मच व्हिस्की और एक चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 15 से 20 मिनट तक छोड़ दें। इसे ठंडे पानी से साफ करें। फिर हल्का मॉश्च्युराइजर जरूर लगाएं।

व्हिस्की और पानी
एक चम्मच व्हिस्की को तीन मिलीलीटर पानी में मिलाएं और चेहरे पर लगाकर पांच मिनट तक छोड़ दें। फिर हथेलियों से मसाज करें और पानी से धो लें।

शहद और व्हिस्की
एक चम्मच व्हिस्की में एक चम्मच शहद मिलाएं और चेहरे पर हल्की मसाज करके 15 मिनट तक छोड़ दें। इससे मुहांसे नहीं होंगे और त्वचा ड्राइ भी नहीं होगी।

अंडा और व्हिस्की

अगर आपको अंडे से परहेज नहीं है तो एक अंडे में नींबू का रस मिलाएं। इसमें आधा चम्मच व्हिस्की और मिल्क पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर लगाकर छोड़ दें और गर्म पानी से साफ करें। झुर्रियां दूर होंगी और ब्लैकहेड्स साफ हो जाएंगे।

Men want these things after sex

सेक्‍स के बाद मर्दों को भाती हैं ये चीजें

 

सेक्‍स के दौरान पुरुष अपनी पार्टनर के साथ खूब फैंटेसी करते हैं लेकिन क्‍या आप जानते हैं पुरुष सेक्‍स के बाद भी अपने पार्टनर से कुछ उम्‍मीदें रखते हैं, आइए जानें, सेक्‍स के बाद पुरुषों को क्‍या चीजें पसंद आती हैं।

 

Oral Sex

चाहते हैं तारीफ
सेक्‍स के बाद पुरुष हमेशा ये जानने के इच्‍छुक रहते हैं कि उन्‍होंने अपने पार्टनर को संतुष्‍ट किया या नहीं। ऐसे में आपको चाहिए कि आप बिना पूछे उन्‍हें बताएं कि आज आपको सेक्‍स में कितना आनंद आया।

पोस्‍ट प्‍ले नहीं चाहिए
कई बार पुरुष सेक्‍स के बाद भी पोस्‍ट प्‍ले करते हैं यदि आप थक गए हैं तो आप उन्‍हें कह सकती हैं कि आपने सेक्‍स को आज खूब एंज्‍वॉय किया है इसलिए आज पोस्‍ट प्‍ले भी नहीं होगा तो भी कोई दिक्‍कत नहीं।

सेक्‍सी टॉक
आप चाहें तो सेक्‍स के बाद पुरुष पार्टनर से सेक्‍स के पलों के बारे में बात भी कर सकती हैं, उनसे सेक्‍स के नए एक्‍सपेरिमेंट पर या फिर कोई दूसरी सेक्‍सी टॉक भी कर स‍कती हैं। पुरुष सेक्‍स फैंटेसी और सेक्‍सी टॉक को खूब एंज्‍वॉय करते हैं।

दोबारा मन है
अगर आपने सेक्‍स को बहुत ज्‍यादा एंज्‍वॉय किया है तो निश्‍चित तौर पर आपको पुरुष पार्टनर आपसे ये सुनने को उत्‍सुक रहेगा कि एक बार फिर से करते हैं। इससे पार्टनर में एनर्जी आएगी और आप दोनों अंतरंग पलों को पहले से बेहतर एंज्‍वॉय कर पाएंगे।

आज कुछ नया था
पुरुष सेक्‍स में नए-नए एक्‍सपेरिमेंट करना पसंद करते हैं ताकि सेक्‍स लाइफ को मजेदार बना सकें। यदि आप अपने पार्टनर को कहेंगी कि आज सेक्‍स और दिनों से कुछ अलग था तो आपके पार्टनर का आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा और वो आपकी कंपनी को ज्‍यादा एंज्‍वॉय करेगा।

तुरंत ना सो जाएं
अक्‍सर महिला या पुरुष में सेक्‍स के तुरंत बाद एक पार्टनर सो जाता है। लेकिन आप सेक्‍स के तुरंत बाद सोए नहीं बल्कि पार्टनर को समय दें और चाहें तो उन्‍हें मसाज कर सकते हैं या फिर उनके साथ कुछ देर बैठ सकते हैं।

Five mistakes that women often

पांच गलतियां जो अकसर करती हैं महिलाएं

 

आम तौर पर कहा जाता है कि सेक्स में पहल पुरुषों को करनी चाहिए और सेक्स का आनंद सिर्फ पुरुषों को ही मिलता है।

 

Sex Myths

महिलाओं को तो सेक्स के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। महिलाओं का सेक्स के प्रति बहुत सारी भ्रातियां है। आइए जानते हैं सेक्स को लेकर महिलाएं क्या गलतियां करतीं हैं।

पुरुष के संतुष्ट होते ही सेक्स खत्म
ऐसा मानना कि पुरुष के संतुष्ट होने के बाद सेक्स की क्रिया खत्म हो गई। यह गलत है। आपकों अपने पार्टनर को बताना होगा कि सेक्स में आपका भी संतुष्ट होना उतना ही जरूरी है जितना उसके लिए है।

पुरुषों के लिए सेक्स सिर्फ सेक्स है
यह धारणा गलत है कि पुरुषों के लिए सेक्स केवल सेक्स है। दरअसल, अगर आपका पार्टनर आपको प्यार करता है तो आपको सेक्स के लिए भी कह सकता है। क्योंकि यह उसके प्यार के विस्तार का ही हिस्सा है। इसलिए अगर आपका पार्टनर सेक्स के लिए कहे तो उसे ना न कहें।

परिवर्तन की आदत डालें
अगर खाने में आपको रोज-रोज एक ही चीज दी जाए तो आपका मन उब जाएगा। ठीक उसी तरह अगर आप अपने पार्टनर से रोज एक ही तरह से सेक्स करेंगी तो उसे उबन होने लगेगी। इसलिए सेक्स पोजीशन बदलने की बात कहे तो उसे ना न कहें। उसकी बात मान लें। आपको भी अच्छा लगेगा।

सेक्स के ल‌िए तैयार रहते हैं पुरुष
पुरुष हमेशा सेक्स के ल‌िए तैयार रहते हैं और उन्हें हमेशा सेक्स चाहिए। ये धारणा भी गलत है। ये बात किशोर युवाओं पर भी लागू हो सकती है। क्योंकि उस दौरान उसके हारमोंस में परिवर्तन होते हैं।

सलाह न देना
अगर आप यह नहीं बता रहीं हैं कि आपका पार्टनर आपके शरीर के किन हिस्सों को स्पर्श करे। आपको कहां कितना उत्तेजना महसूस होती है तो आप गलत कर रहीं हैं। अपने पार्टनर को इस बारें में जरूर बताएं।

Sexiest parts of our bodies revealed

शरीर का ये हिस्सा है सबसे ज्यादा कामुक

 

क्या आपको पता है आपके शरीर का कौन सा अंग सबसे कामुक है। जी हां, एक व्यक्ति की बॉडी में सबसे ज्यादा कामुक अंग कौन सा होता है, इस पर एक स्टडी की गई है।

 

sexiest parts

आमतौर पर पुरुष ये मानते हैं कि महिलाएं पूरी कामुक होती हैं और पुरुष का केवल एक अंग ही कामुक होता है। लेकिन इस स्टडी ने इस बात को निराधार कर दिया है।

स्टडी में महिलाओं और पुरुषों के कौन से अंग सबसे ज्यादा कामुक है इस पर बाकायदा रेटिंग दी गई है।

डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ये स्टडी ब्रिटेन की बैंगर यूनिवर्सिटी और जोहान्सबर्ग यूनिवर्सिटी ऑफ विटवॉटर्सरैंड के न्यूरोसाइंटिस्ट द्वारा की गई है। जिसमें शरीर के 41 सेक्सुअली आ‌कर्षित करने वाले अंगों में पैर, महिला और पुरुष दोनों का ऐसा अंग है जो कामुकता की सूची में सबसे नीचे आता है।

इतना ही नहीं, स्टडी में ये भी पाया गया कि पैरों का जननांगों से सेंसुअल कनेक्‍शन भी है।

ये स्टडी यूके और साउथ अफ्रीका के 800 लोगों पर की गई जिसमें कई तरह के प्रश्न पूछे गए जिसमें जेंडर और सेक्सुअल संबंधी प्रश्न शामिल थे।

शरीर के कामुक अंगों में गुप्तांग के अलावा लिप्स, कान, जांघों का आंतरिक हिस्सा और कंधे की शेप शामिल थे।

महिलाओं के सबसे कामुक अंग रेंकिंग ‌के आधार पर-
महिलाओं का चेहरा और लिप्स शरीर के सबसे कामुक अंग हैं जिन्हें 10 में 7.9 रेटिंग मिली है।
गर्दन के पीछे का भाग 10/ 7.5
ब्रेस्ट एंड निप्पल 10/ 7.3
बम 10/ 4.5
हिप्स 10/ 3.5
पैर 10/ 1


पुरुषों के कामुक अंग अंग रेंकिंग ‌के आधार पर-
पुरुषों का चेहरा और लिप्स शरीर सबसे कामुक अंग हैं जिन्हें 10 में 7 रेटिंग मिली है।
जांघों का भीतरी हिस्सा 10/ 5.8
गर्दन के पीछे का भाग 10/ 5.6
निप्पल 10/ 4.8
लोअर बैक 10/ 2.8
फोरआर्म 10/ 1

Five acupressure points for asthma

अस्थमा से राहत चाहिए तो करें इन पांच अंगों की मसाज

 

अस्थमा यानी दमा एक ऐसी समस्या है जिसका कितना भी इलाज कर लें फिर भी सारी उम्र इससे तकलीफ होती ही है। ऐसे में इसकी समस्याओं से पूरी तरह छुटकारे के लिए इलाज के साथ-साथ आप शरीर के पांच अंगों पर एक्यूप्रेशर मसाज भी कर सकते हैं। इसका न तो कोई साइड एफेक्ट है और आपको आराम भी मिलेगा।

 

asthma

प्वाइंट 1- सीना
कॉलर बोन की ठीक नीचे सीने पर अपनी तीन उंगलियों से प्वाइंट्स खोजें और उनसे एक मिनट तक तेज दबाव बनाएं। इससे दमा के दौरान सांस लेने की दिक्कत, कफ और तनाव में आराम म‌िलेगा।

प्वाइंट 2- ब्रेस्ट बोन 
कंधों के नीचे व कॉलर बोन के समानांतर ब्रेस्ट बोन पर दोनों ओर अंगूठा रखें और एक से दो मिनट तक तेज प्रेशर बनाएं। इससे बी सीने में कफ, सांस लेनें तकलीफ और घबराहट से आराम मिलता है।

प्वाइंट 3 – कंधों के नीचे पीठ पर
कंधों के ठीक नीचे पीठर पर निकली हुई हड्डी पर उंगली रखें और एक से दो मिनट तक तेज प्रेशर बनाएं और छोड़ दें। इससे कफ, छींक, मांसपेशियों की जकड़न जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।

 

asthma treatment

 

प्वाइंट 4 – हथेली 
हथेली और कलाई के जोड़ पर बिल्कुल केंद्र में प्वाइंट खोजें और उसपर एक उंगली से एक मिनट तक तेज दबाव बनाएं। इससे गले की खराश, सांस लेने की दिक्कत और कफ से तुरंत आराम मिलेगा।

प्वाइंट 5 – अंगूठे के नीचे
अंगूठे के ठीक नीचे के बिंदु पर एक मिनट तक उंगली से तेज बदाव बनाएं और छोड़ दें। यह फेफड़ों की दिक्कत, कफ जैसी समस्या में आराम मिल सकता है।

 

vegetarian diet can cause vitamin b12 deficiency

अगर आप शाकाहारी हैं तो जरूर पढ़ें यह खबर

 

अगर आप डाइट में शाकाहार को ही तरजीह देते हैं तो यह आपके दिमाग, नर्वस सिस्टम और रक्त संचार के लिए बड़ा रिस्क हो सकता है।

 

vitamin b12

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार, शाकाहारियों में विटामिन बी12 की कमी के मामले जिस तरह बढ़ रहे हैं, यह उनके दिमाग, नर्वस सिस्टम और रक्त संचार से जुड़ी कई समस्याओं व अनीमिया की वजह हो सकता है।

क्या ‌है विटामिन बी12
विटामिन बी12 एक घुलनशील विटामिन है जिसे कोबलामिन कहते हैं। यह दिमाग, नर्वस सिस्टम और रक्त संचार से जुड़ी गतिविधियों को संचालित करने में अहम भूमिका निभाता है।

जर्नल ऑफ क्लीनिकल बायोकेमेस्ट्री में प्रकाशित एंड न्यूट्रीशन के शोध में पाया गया है कि इस विटामिन की मदद से दिल के रोगों को रोकने में आसानी हो सकती है।

शाकाहारियों को ही रिस्क क्यों

विटामिन बी 12 के बड़ा स्रोत मीट, चिकन, सीफूड, दूध, अंडे और चीज़ हैं। यही वजह है ‌कि शाकाहार में इसकी कमी पूरी करना थोड़ा मुश्किल है।

डायबिटीज फाउंडेशन ऑफ इंडिया के रिसर्च अधिकारी स्वाती भारद्वाज ने टीओआई को बताया, ”हमारे देश की लगभग 60 से 70 प्रतिशत जनसंख्या में विटामिन बी12 का स्तर सामान्य से कम है। शाकाहारियों में विटामिन बी12 कम होने का रिस्क 4.4 गुना अधिक होता है।”

क्या हैं बड़े खतरे

इस विटामिन की कमी से न सिर्फ दिमाग, नर्वस सिस्टम व रक्त संचार की गतिविदियों पर प्रभाव पड़ता है बल्कि इससे दिल के रोग, अनीमिया, स्त्रोट, न्यूरल ट्यूब में ब्लॉकेज जैसी बड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

यकीनन मांसाहारी भोजन में यह विटामिन बहुतायत में पाया जाता है, लेकिन इसके शाकाहारी स्रोत भी हैं। दूध, दही, पनीर भी विटामिन बी 12 के बेहतरीन स्रोत हैं।

How to do sex in suhagraat

सुहागरात में कैसे करें सेक्स…

 

How to do sex in Suhagraat?

जब सुहाग रात के दिन दुल्हन कमरे में बैठी होती है उस समय जब दूल्हे को कमरे में भेजकर भाभियां बाहर से कुंडी लगा देती हैं तो दूल्हे को चाहिए कि कुंडी खुलवाने के लिए थोड़ा सा निवेदन करने के बाद स्वयं अंदर से दरवाजे का कुंडी अंदर से लगा दें।

अब दूल्हे को चाहिए कि वह अपने सुहागसेज की तरफ आगे बढ़े। इसके बाद दुल्हन का कर्तव्य बनता है कि वह अपने पति का अभिवादन करने के लिए सेज से उतरने की कोशिश करे। इसके बाद दूल्हे को चाहिए कि वह अपनी पत्नी को बैठे रहने के लिए सहमति दें तथा इसके साथ ही थोड़े से फासले पर बैठ जाए।

इस समय में दुल्हन को चाहिए कि वह अपने मुखड़े को छिपाये लज्जा की प्रतिमूर्ति के सामान बैठी रहे क्योंकि लज्जा ही तो स्त्री की मान मर्यादा होती है। इस समय में दुल्हन के अंदर यह गुण होने आवश्यक है, जैसे- अदा, नखरे, भाव खाना तथा शर्मों-हया आदि। हम आपको यह भी बताना चाहते हैं कि स्त्री के नाज तथा नखरे पर पुरुष दीवाना हो जाता है। लेकिन स्त्रियों को इस समय यह ध्यान रखना चाहिए कि पुरुष नखरों से निराश होकर उदास हो, उससे पूर्व ही समर्थन और सहमति स्वीकार कर लेना चाहिए अन्यथा नाज नखरों का आनन्द दुःख में बदल जाएगा। जब कोई स्त्री स्थायी रूप से नाज तथा नखरे करती है तो उसका पति उससे सेक्स करने के लिए कुछ हद तक तैयार हो जाता है।

अब दूल्हे को चाहिए कि वह दुल्हन का घूंघट धीरे-धीरे उठाए तथा मुंह दिखाई की रस्म को पूरा करते हुए कोई उपहार जैसे अंगूठी, चेन, हार आदि दुल्हन को देना चाहिए। इसके बाद पति को चाहिए कि वह पत्नी के साथ कुछ मीठी-मीठी बातें करते हुए परिचय बढ़ाए।

इसके बाद पति को चाहिए कि वह मेज पर पड़ी हुई जलपान सामग्री पलंग के पास ले आये। वैसे देखा जाए दाम्पत्य जीवन में खाना बनाना, खिलाना या परोसने का कर्तव्य पत्नी का बनता है लेकिन पहली रात के समय में पति को ही यह कर्तव्य करना चाहिए क्योंकि उस समय पत्नी बिल्कुल अंजान रहती है। इसलिए पति ही मिष्ठान आदि परोसता है। पति को एक बात का ध्यान रखना चहिए कि पत्नी को मिष्ठान आदि का भोग कराते समय पत्नी को अपना परिचय दें तथा बढ़ाने की चेष्ठा बराबर करते रहनी चाहिए। पति को अपने परिवार के सदस्यों, रस्मों तथा रिवाजों को बताना चाहिए। इसके बाद पति को चाहिए कि यदि अपना परिचय दुल्हन देने लगे तो उसकी बात को ध्यान से सुने या वह ऐसा न करें तो खुद ही उसे पूछना शुरू करना चाहिए और यह भी ध्यान रखना चाहिए कि यदि वह अपने बारे में कुछ न बताना चाहे तो उसे मजबूर न करें और प्यार से बाते करें। इस समय में पत्नी का कर्तव्य यह बनता है कि वह लज्जा अनुभव न करके बराबर हिस्सा ले।
इस समय में पत्नी को चाहिए कि पहली रात में अपनी पत्नी के हाथों को स्पर्श करें, इसके बाद उसके रूप की प्रशंसा करें, उसे अपने हंसमुख चेहरे तथा बातों से हंसाने की कोशिश करें। इसके बाद धीरे-धीरे जब पत्नी की शर्म कम होती जाये तो उसे आलिंगन तथा चुंबन करें। यदि स्त्री प्रकाश के कारण संकोच कर रही है तो प्रकाश बंद कर दे या बहुत हल्का प्रकाश कर दें।

Suhagraat

वैसे देखा जाए तो विवाह के बाद पुरुष की लालसा रहती है कि जल्दी ही अपने जीवन साथी से मिलने का अवसर मिल जाए तो सेक्स क्रिया का आनन्द उठायें। यह उतावलापन तथा कल्पना हर पुरुष के मन में होता है।

सभी पुरुष को ध्यान रखना चाहिए कि सुहागरात के दौरान जब तक स्त्री सेक्स क्रिया के लिए तैयार और सहमत न हो तो संभोग क्रिया सम्पन्न नहीं होती और यदि होती भी हो तो सेक्स क्रिया का आनन्द एक तरफा होता है। इसलिए पुरुष पहले स्त्री के साथ फॉर प्ले (काम-क्रीड़ा) करें ताकि वह सेक्स के लिए तैयार हो जाए, तभी आपका मिलन ठीक प्रकार से हो सकता है।

यदि पत्नी आपके साथ आलिंगन-चुंबन में सहयोग देने लगे तो पुरुष को चाहिए कि वह उसके शरीर के कई उत्तेजक अंगों को छूने का प्रयास करें जैसे- स्तनों का स्पर्श करें, धीरे-धीरे उनको सहलाएं तथा बाद में धीरे-धीरे दबाएं। इसके बाद आपको चाहिए कि उसकी कमर, जांघ तथा नितंब आदि की तारीफ करें और धीरे-धीरे अपने हाथों से उसके कपड़े को उठाकर, हाथों को अंदर डालकर जंघाओं को सहलाएं। इसके बाद धीरे-धीरे अपने हाथों से उसकी योनि को स्पर्श करें तथा छेड़खानी करें। भगोष्ठों पर भी धीरे-धीरे हाथ फेरे और स्पर्श को भंगाकुर तक पहुंचाये, साथ ही साथ उससे कामोत्तेजित बाते भी करते रहें ताकि उसके अंदर सेक्स की आग भड़कने लगे।

इस प्रकार से फॉर प्ले का उपयोग करके पत्नी को कामोत्तेजाना के मार्ग पर ले जाए ताकि उसके मन से किसी भी प्रकार का संकोच खत्म हो जाए। ऐसा करने से पत्नी का संकोच खत्म हो जाता है जिसके कारण से वह खुद ही पति को आलिंगन तथा स्तनों को दबवाने लगती है। अपने योनि का स्पर्श पति से करवाने लगती है। इस क्रिया के समय में उसकी सांसे भी तेज चलने लगेंगी और कांपने लगेंगी। जब इस प्रकार की क्रिया पत्नी करने लगे तो पुरुष को समझ लेना चाहिए कि वह अब सेक्स के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। अब पुरुष को चाहिए कि अपने पत्नी के माथे को होठों से चूमे, इसके बाद उसके होठों को भी अपने होठों से चूमे तथा इसके साथ ही साथ उसके चेहरे के इधर-उधर तथा स्तन के पास के भागों को भी चूमते रहें। ऐसा करने से उसके अंदर की सेक्स उत्तेजना और भी बढ़ने लगेगी।
अब पति को चाहिए कि वह पत्नी को धीरे फॉर प्ले करने के साथ-साथ पलंग की तरफ ले जाकर लिटाने की कोशिश करे और उसके स्तनों पर के सारे कपड़े को उतार दें। फिर इसके बाद अपने हाथों से स्तनों को सहलाते हुए दबाएं। इस प्रकार से क्रिया करते समय पत्नी के मुंह से कई प्रकार की आवाजें निकलती हैं। इसके बाद पत्नी के शरीर के नीचे के कपड़े भी पूरी तरह से उतार देना चाहिए। उसके कपड़े को उतारने के लिए सबसे पहले उसके नाड़े को ढीला करें। इसके बाद जब वह केवल पेंटी पर रह जाये तो कुछ देर तक उसे इसी अवस्था में रहने दे तथा साथ ही साथ उसके पूरे शरीर को दबाना तथा सहलाना चाहिए। इसके बाद अपने लिंग को उसके तन से स्पर्श कराना चाहिए।

इस समय यदि पत्नी पति के इस प्रयास में साथ देती रहे तो पति को चाहिए कि वह पत्नी के स्तनों को और भी जोर से सहलाएं। जब पति पत्नी के स्तनों को इस तरह से सहलाता है तो स्त्री को बहुत अधिक सुख तथा आनन्द मिलने लगता है। इस समय पत्नी के मन में कई प्रकार के विचार भी आते हैं जैसे- मेरा पति सबसे बलवान है, मेरी किस्मत इतनी अच्छी है जो मुझे ये मिले, मेरी आज रात सारी ख्वाहिशे पूरी हो जायेंगी और यह भी सोचती है कि यह मेरे साथ क्या-क्या कर रहे हैं।

इस अवस्था में कुछ स्त्रियां तो ऐसी भी होती हैं जो पति द्वारा पेटी कोट खोलने के प्रयास को रोकने का प्रयास करती हैं। लेकिन धीरे-धीरे वह अपने प्रयास को स्वयं ही खत्म कर देती हैं और निर्वस्त्र हो जाती हैं। फिर दोनों आपस में एक-दूसरे को बाहों में लेकर आलिंगन करने लगते हैं। वे दोनों कुछ समय तक इसी अवस्था में रहते हैं तथा इसके बाद पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी के माथे, स्तन, छाती तथा कानों के पास के भागों को चूमें। इस अवस्था में ही उसके नितंबों को सहलाते रहें। इसके बाद उसके स्तनों को दबाएं तथा सहलाएं और उसकी जांघों के बीज में हाथों को फेरते रहें। ऐसी स्त्रियां अपने पति से अधिक शर्माती हैं क्योंकि यह पति-पत्नी दोनों के लिए पहली मिलन की रात होती है। वह अपने हाथों से स्तनों को छिपाने तथा दोनों जांघों को सटाकर अपनी योनि को छिपाने का प्रयास करेंगी तथा अपनी आंखों को बंद कर लेंगी। ऐसी स्थिति में पति को धैर्य से काम लेना चाहिए और किसी भी प्रकार का उतावलापन नहीं दिखाना चाहिए। उसे यह समझना चाहिए कि वह यहां पर सभी से अंजान है और इसलिए ऐसा कर रही है। इसके बाद पति को चाहिए कि वह प्यार से पत्नी की सभी चिंता तथा फिक्र को दूर करें। इसके साथ ही साथ फोर प्ले करते रहें। ऐसा करने से कुछ ही देर में स्त्री की योनि गीली होने लगती है और उसमें भी संभोग की कामना होने लगती है। इस प्रकार से सेक्स क्रिया करने से दोनों की कामवासना अधिक तेज होने लगती है तथा कुछ देर में स्त्री भी अपनी जांघों को खोलने लगती है।

यदि किसी कारण से पत्नी में कामवासना न जाग रही हो तो पुरुष को चाहिए कि पत्नी के भंगाकुर को अच्छी तरह से सहलाए। इसके बाद अपनी तीन-चार उंगलियों को मिलाकर योनि में प्रवेश करके अंदर-बाहर, ऊपर-नीचे करना चाहिए। इस प्रकार क्रिया करने से ठंडी से ठंडी स्त्री भी कामोत्तेजित होकर सेक्स क्रिया करने के लिए उतावली हो जाती है।
अब हम आपको यह बताना चाहते हैं कि स्त्री की योनिद्वार अत्यधिक सिकुड़ी हुई होती है। इसमें पहली बार लिंग का प्रवेश करना आसान नहीं होता, बल्कि इसे आसान बनाना पड़ता है। इस काम के लिए पुरुष को पहले से ही कहीं क्रीम, वैसलीन या तेल जैसा कोई भी चिकना पदार्थ पहले से रखना चाहिए ताकि लिंग को योनि में प्रवेश कराने से पहले उस पर चिकना पदार्थ लगा लें। वैसे तो इस समय में स्त्री की योनि और पुरुष का लिंग अपने आप ही अम्लरत से भीग जाते हैं लेकिन चिकनाहट के लिए कभी-कभी पर्याप्त नहीं साबित हो पाता।

अब पुरुष को चाहिए कि स्त्री के जांघों को फैलाकर दोनों पैरों को धीरे से उठाकर लिंग को योनि के मुख पर रख धीरे-धीरे दबाव डाले ताकि लिंग योनि के अंदर घुस जाए। इसके बाद धीरे-धीरे घर्षण करें, जिससे योनि पूरी तरह तरल पदार्थ से भीग जाएगी। अब पुरुष को स्त्री की जंघाओं को थोड़ा और फैलाकर लिंग को योनि में प्रवेश करवाएं तथा धीरे-धीरे धक्का लगा-लगाकर घर्षण करें।

मैं आपको यह भी बताना चाहूंगा कि यदि स्त्री की योनि अक्षत हो तो भी लिंग का दबाव पड़ने से योनि का आवरण फट जाएगा तथा लिंग आराम से आगे की ओर अग्रसरित होगा। कभी-कभी योनि आवरण पहले से भी फटा होता है। इसका अर्थ यह बिल्कुल भी नहीं है कि स्त्री का शादी से पहले ही किसी के साथ संभोग हो चुका है। ऐसा संदेह पुरुष को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि स्त्री का अक्षत तो किसी भी कारण से फट सकता है जैसे- अधिक मेहनत का कार्य करने, अधिक व्यायाम करने, साईकिल चलाने, दौड़ने, खेल-कूद करने, सवारी करने आदि।

इस तरह से सेक्स क्रिया करने के दौरान थोड़ा-सा आराम कर लेना चाहिए। इस बीच में स्त्री से प्यार भरी बाते करें। इसके बाद फिर से योनि में लिंग को प्रवेश कराके धीरे-धीरे घर्षण चालू करते हुए ज्यों-ज्यों उद्वेग बढ़ता जाए, घर्षण की गति को बढ़ाते जाना चाहिए। जब स्खलन होने लगे तो भी लिंग को योनि में रहने दें क्योंकि स्खलन के बाद भी लिंग का योनि में रखना स्त्री को सुखानुभूति प्रदान करता है।

अधिकतर सुहागरात के दिन पुरुष अपनी कामोत्तेजना को शांत करने के बाद यह नहीं देखता है कि मेरी पत्नी भी संतुष्ट हुई है या नहीं। हम आपको यह बताना चाहेंगे कि यदि स्त्री संतुष्ट हो जाती है तो उसका शरीर ढीला पड़ जाता है, पसीना आने लगता है, आंखे बंद हो जाती हैं और लज्जा उसके चेहरे पर दुबारा से दिखाई देने लगती है।
जब इस प्रकार से संभोग क्रिया खत्म हो जाती है तो स्त्री-पुरुष दोनों को अपने-अपने अंगों को साफ करके दूध या शक्तिदायक और जल्दी से पचने वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके बाद प्रेमालाप करते हुए आलिंगबद्ध होकर सो जाएं। निश्चय ही यदि कोई पति अपनी पत्नी का हृदय सेक्स क्रिया के समय ही जीत लेता है और यह जीत जोर जबर्दस्ती से नहीं बल्कि पत्नी का विश्वास अर्जित करने के बाद करता है, तो दोनों के लिए मिलन की यह रात यादगार हो जाती है।

संभोग वाली रात को यह क्रिया पत्नी के सहमति से हो तो इसके बाद स्त्री अपने जीवन में यह पहली संभोग हमेशा के लिए याद रखती है और अपने पति पर जीवन भर विश्वात करती है। इससे पति भी जीवनभर के लिए पत्नी का विश्वास जीत ही लेता है, दम्पत्ति का पूरा जीवन सरसता के सागर में क्राड़ा करते हुए ही गुजरता है।

आज के समय में परिस्थितियां इतनी अधिक बदल चुकी हैं कि पहले की तरह शादी के बाद दस रात्रि तक बिना सेक्स क्रिया के रहना सहज ही संभव नहीं रहा है फिर भी पहली मिलन की रात या सुहागरात को पत्नी के सहयोग से ही यह क्रिया पूर्ण कीजिए बलपूर्वक नहीं, क्योंकि इससे आपका वैवाहिक जीवन तबाह हो सकता है।

पहली रात:

आज के समय में बहुत-सी स्त्री बुरी सोसाइटी, चकला, कुसंगति, सिनेमा के प्रभाव से, लड़कियों की स्वतंत्रता की बाढ़ से, दर्शन-मेले के अनेकों अवसरों के कारण से, कामोत्तेजतना बढ़ाने वाले अश्लील उपन्यासों के पढ़ने से, खटाई, अचार, अंडे और चूर्ण आदि गर्म पदार्थों का सेवन से जल्दी ही कामोत्तेजना के चक्कर में पड़ जाते हैं। आजकल तो लड़के भी युवावस्था में पैर रखते ही स्त्री के साथ सेक्स करने की इच्छा करने करने लग जाते हैं।

स्त्री-पुरुष को सेक्स संबंध शादी से पहले बनाना अच्छा नहीं रहता है क्योंकि इससे कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे- इसके कारण से स्त्री को बदनामियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि हमारे समाज में शादी से पहले यौन संबंध बनाना एक पाप माना जाता है। ऐसा नहीं कि केवल बदनामी का बोझ स्त्री को ही झेलना पड़ता है यह पुरुष को भी झेलना पड़ सकता है क्योंकि यदि यह स्त्री के सगे संबंधी को पता लगता है तो वह उसके जान के दुश्मन बन जाते हैं। इसलिए मेरी राय स्त्री-पुरुषों के लिए इतना ही है कि यदि आप शादी से पहले यौन संबंध बनाना चाहते हैं तो इसका अंजाम पहले से सोच लें।